Karnataka Hijab Controversy: कर्नाटक हिजाब विवाद क्या है?

महिलाओं को लेकर भारत में परिधान बहुत संवेदनशील मसला है, कर्नाटक के उड्डपी में परिधान को लेकर बहुत गंभीर मसला सामने आया हैं यह हिजाब मामला क्या है ? हिजाब मामला कैसे शुरू हुआ ? और इस विवाद से संबंधित सारी जानकारी हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे।

Bulli Bai mamla
हिजाब मामला

कर्नाटक हिजाब मामला क्या है ?

कर्नाटक में कुछ लोग मुस्लिम महिलाओं के कॉलेज में हिजाब पहनकर जाने का विरोध कर रहे हैं, इसके खिलाफ कई लोगों का कहना है कि मुस्लिम छात्राओं का हिजाब पहनना उनके धर्म के अनुकूल है, व यह सही है, इस बात को लेकर कर्नाटक में यह मामला गर्मा चुका है।
यह मामला बढ़ते बढ़ते हाई कोर्ट तक जा पहुंचा है और इसके सुप्रीम कोर्ट तक जाने की भी संभावना बढ़ चुकी है ।
हिजाब विवाद मामला अभी हाई कोर्ट में है हाल ही में मुस्लिम महिलाओं ने पूरी दुनिया में जागरूकता करने और हिजाब को अहमियत देने के लिए 1 फरवरी को विश्व हिजाब दिवस मनाया था जिसके बाद से यह विवाद दिसंबर के बाद अब और तेजी से बढ़ गया है हिजाब पर विवाद अब भी लगातार जारी है ।

कैसे शुरू हुआ कर्नाटक हिजाब विवाद :

कर्नाटक हिजाब विवाद कर्नाटक के उड्डपी में हुआ इस विवाद की शुरुआत दिसंबर में ही हो चुकी थी उड्डपी के एक महाविद्यालय में छात्राएं महाविद्यालय की ड्रेस पहन कर नहीं आई । थी जबकि वह हिजाब में आई थी यहीं से इस विवाद का विरोध शुरू हुआ हिजाब पहनकर आने वाली छात्राओं को महाविद्यालय में प्रवेश नहीं मिला जब मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहनकर आने लगी तो हिंदू छात्राएं भगवा रंग का स्कार्फ ओढ़ कर आने लगी जिसके बाद से यह विवाद और बढ़ गया इस विवाद को देखते हुए शैक्षणिक संस्थानों ने इस विवाद पर सख्त कार्यवाही करते हुए हिजाब और भगवा स्कार्फ दोनों पर असहमति जताई ।

कर्नाटक हिजाब विवाद का राजनीति की ओर रुख :

कांग्रेस ने हिजाब पहनने के अधिकार पर पूर्णता समर्थन किया है , ऐसा करने वाले  कांग्रेसी नेता पूर्व सीएम सिद्धरमैया से लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तक है कांग्रेस का पक्ष है , कि संविधान ने किसी भी धर्म को मानने का अधिकार दिया है ।
” संविधान के अनुच्छेद 25 से 28 तक में धर्म की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार को लेकर जिक्र किया है। “
इस पूरे विवाद में विपक्ष यानी कि कांग्रेस विवाद कर्ताओं के साथ हैं उन्होंने हिजाब पहनने को सही ठहराया है उनका कहना है कि हिजाब के आड़ में बेटियों की शिक्षा को खतरे में डाला गया है व उन ने कहा है , कि पढ़ाई के क्षेत्र में पढ़ाई जरूरी है , ना कि उनका पहनावा ।

क्या है यह हिजाब :(what is Hijab)

हिजाब का अर्थ पर्दे से हैं– मतलब कि इसे पर्दा कहा जा सकता है यह ढीले और शालीन कपड़े का प्रतीक माना गया है हिजाब से सर और बाल को ढका जाता है जबकि रूढ़िवदी देशों में अक्सर महिलाओं को नकाब डालने के लिए कहा जाता है नकाब चेहरा ढकने के लिए होता है |
कुरान में पर्दे का अर्थ किसी कपड़े से नहीं बल्कि पुरुष और महिलाओं के बीच के पर्दे को बताया गया है कि हिजाब मतलब सर ढकने से है किसी भी कपड़े से महिलाओं का सिर और गर्दन ढका होना ही असल में हिजाब कहलाता है ।

क्या है बुर्का (What is Burkha) :

बुर्का एक अलग प्रारूप है , बुर्के में आंखें भी ढकी की होती है जिसका रंग प्रायः काला होता है बुर्के की बनावट लबादे की तरह होती है । सिर से लेकर पांव तक पूरे शरीर को ढकने के ऊपर भी पर्दा किया जाता है आंखों पर एक जालीदार पर्दा होता है जिससे महिलाएं सिर्फ देख सकती हैं

क्या है नकाब (What is mask)

नकाब जो कि सिर और चेहरे पर लगा होता है इसमें महिलाओं का चेहरा नजर नहीं आता है,  लेकिन आंखें खुली हुई होती है अक्सर कट्टरपंथी देशों में महिलाओं को नकाब डालने के लिए कहा जाता है नकाब चेहरा ढकने के लिए होता है ।

हाई कोर्ट पर कर्नाटक हिजाब विवाद :

कर्नाटक हिजाब विवाद मामला हाईकोर्ट तक जा चुका है जिसमें 3 जजों के संबंध में अभी तक कोई संतुष्टि पूर्ण फैसला नहीं कहा है उनका कहना है , कि किसी भी स्कूल कॉलेज या शैक्षणिक संस्थान में किसी धर्म के अनुसार पहनावा नहीं पहना जाएगा जब तक यह मामला सुलझ नहीं जाता , तब तक शैक्षणिक संस्थानों में ऐसे वस्त्र नहीं पहने जाएंगे जो इस मामले को और उकसाये साथ ही 14 फरवरी का निर्धारण करते हुए कक्षाएं फिर से शुरू करने के लिए कहा है ।

हाईकोर्ट की कर्नाटक हिजाब विवाद को नसीहत :

हाईकोर्ट ने राज्य को एक बड़ी नसीहत और भी दी है , कि यदि वे कक्षाओं में हिजाब , भगवा स्कार्फ जैसे पोशाक पहनने जैसे मुद्दे को हटाकर इसके विरोध प्रदर्शन को बंद करते हैं तो यह छात्राओं के लिए बेहतर होगा |

हाईकोर्ट के बाद अब सुप्रीम कोर्ट में कर्नाटक हिजाब विवाद :

कर्नाटक हिजाब विवाद के हाइकोर्ट के फैसले के खिलाफ कुछ याचिकाकर्ताओं ने इस मामले को सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचाने की कोशिश की है , जिसमें विपक्ष नेता भी शामिल है सुप्रीम कोर्ट ने इस पर कहा है कि इस मामले पर सुनवाई तब होगी जब इस मामले में दखल देने का सही वक्त आएगा |

क्या शैक्षणिक परिसर में धार्मिक वेशभूषा अनिवार्य है :

इसके जवाब में ज्योति शर्मा जी ने कहा है कि शैक्षणिक परिसर में किसी व्यक्ति को उसके अनिवार्य धार्मिक वेशभूषा के आधार पर नहीं रोका जा सकता है उन्होंने भी संविधान के अनुच्छेद का जिक्र किया है की धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार सभी को है।
FAQ
हिजाब विवाद किस राज्य में शुरू हुआ ?
 कर्नाटक
हिजाब विवाद कब से शुरू हुआ ?
बीते दिसंबर
क्या यह मामला अभी सीमित रूप में है ?
नहीं यह मामला हाईकोर्ट तक जा चुका है और इसके लिए सुप्रीम कोर्ट मैं भी याचिका दायर कर चुके हैं |
हिजाब बुर्खा और नकाब में क्या अंतर है ?
हिजाब का मतलब सर ढकने से है किसी भी कपड़े से महिलाओं का सिर और गर्दन ढके होना ही असल में हिजाब कहलाता है ।
बुर्का सर से लेकर पाव पूरा शरीर ढकने के साथ आंखों पर भी पर्दा किया जाता है आंखों पर एक जालीदार पर्दा होता है ।
नकाब जो कि सिर और चेहरे पर लगा होता है इसे महिला का चेहरा नजर नहीं आता है लेकिन आंखें खुली होती हैं ।

Leave a Comment

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now